One stop center.educational tour
दिनांक 03/01/2025 पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय संकायाध्यक्ष प्रोफेसर तारामणि श्रीवास्तव के प्रेरणा एवं प्रोफेसर नीलिमा खरे जी के निर्देशन में तथा नितिन गर्ग, अर्पित दुबे, डाॅ. चंद्रकांत त्रिपाठी तथा के समन्वय से वन-स्टॉप सेंटर, जिसे "सखी सेंटर" भी कहा जाता है का शैक्षणिक भ्रमण किया गया यह। काउंसलर सपना पाण्डेय जी द्वारा विद्यार्थियों को जानकारी में बताया गया कि यह विभाग महिला एवं बाल विकास भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है जिसका उद्देश्य महिलाओं के प्रति हिंसा की रोकथाम और उनके पुनर्वास में सहायता प्रदान करना है।
ओ एस सी निजी और सार्वजनिक स्थानों, परिवार, समुदाय और कार्यस्थल पर हिंसा से प्रभावित महिलाओं को सहायता प्रदान करता है। शारीरिक, यौन, भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और आर्थिक शोषण का सामना करने वाली महिलाओं को, चाहे उनकी आयु, वर्ग, जाति, शिक्षा की स्थिति, वैवाहिक स्थिति, नस्ल और संस्कृति कुछ भी हो, सहायता और निवारण प्रदान किया जाता है । यौन उत्पीड़न, यौन हमले, घरेलू हिंसा, तस्करी, आत्म सम्मान से संबंधित अपराध, एसिड अटैक या डायन- हंटिंग के कारण किसी भी तरह की हिंसा का सामना करने वाली पीड़ित महिलाओं को, जो ओ एस सी तक पहुंची हैं या जिन्हें रेफर किया गया है, उन्हें विशेष सेवाएं प्रदान की जाएंगी। सेंटर में 7 दिनों के लिए रखा जाता है उसके बाद उनका पुनर्वास कर दिया जाता है । ये केंद्र ज़िलों में स्थापित किए जाते हैं, और 24x7 सेवाएँ प्रदान करते हैं। इन्हें महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है। वन स्टॉप सेंटर समाज में महिलाओं को गरिमा और सम्मान के साथ जीवन जीने में मदद करने का एक प्रभावी माध्यम है। यह केंद्र हिंसा की शिकार महिलाओं को एक ही स्थान पर विभिन्न सेवाएँ उपलब्ध कराता है, जैसे: चिकित्सा सहायता, कानूनी सहायता, परामर्श सेवाएँ, पुलिस सहायता, आश्रय सुविधा, पुनर्वास सेवाएँ। ऐसे तमाम जानकारियों एवं कार्य विधियों से विद्यार्थी अवगत हुए। शैक्षणिक भ्रमण के दौरान एम.एस.डब्ल्यू से निधि सिंह, माधुरी पटेल, वंदना नापित, किशन बैगा, सोनू बैग,पुष्पलता सिंह, उमा राणा, भारती ,आयुष मिश्रा तथा लक्ष्मीकांत यादव आदि एवं पैरा लीगल एडवाइजर अपर्णा सिंह भी उपस्थित रही उन्हें भी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी से विद्यार्थियों को अवगत कराया ।
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